Photoshoot for a Biopic film “Dasyu Sundari” on Famous Lady Dacoit Renu Yadav is going on at V4 Venus Enterprises in Laxmi Industrial Estate on Dacoit Renu Yadav herself by Shiraz Henry, this is yet another film being made on life of lady dacoits after Putlibai and Phoolan Devi.
Film is being under the banner of ‘Pappu Pass Films, producers are Arun Mishra and Anil Rao, story by Rajeev Chadha, screenplay and dialogues by Shiraz Henry and Tarun Bisht. Film will role soon, cast and crew are being finalized and will be announced shortly once the script is completed.
Producers Arun Mishra and Anil Rao, business person’s in Mumbai, who were attracted towards Bollywood, and inspired by films on Putlibai and Phoolan Devi, took the rights by Renu Yadav, and are producing this film “Dasyu Sundari” under the banner of ‘Pappu Pass Films’. Producers belive in women empowerment, on footstep of PM Office.
This is story of a innocent girl Renu Yadav, who is forced to pick up gun, leaving her student life and becoming of lady dacoit and join behad and to become a terror, Indian court has dismissed all cases, all police files have been closed, so that she can lead a common life, but still her struggle is going on. Renu who looks like an athlete in blue jeans, white shirt and sports shoes is the main protagonist in this film.
फ़िल्म “दस्यु सुन्दरी”, डकैत रेणु यादव की जीवनी।
हाल ही में फ़िल्म “दस्यु सुन्दरी” की फोटोशूट, मशहूर डकैत दस्यु सुन्दरी रेणु यादव का फोटो सेशन, फोटोग्राफर शीराज़ हेनरी ने किया। फीमेल डकैत के जीवन पर आधारित पुतलीबाई और फूलन देवी के बाद यह एक और फ़िल्म है।
फ़िल्म “दस्यु सुन्दरी” का निर्माण ‘पप्पू पास फिल्म्स’ के बैनर तले हो रहा है, निर्माता हैं अरुण मिश्रा एवं अनिल राव, कथा राजीव चड्ढा, पटकथा और संवाद शीराज़ हेनरी एवं तरुण बिष्ट। कलाकारों और तकनीशियन का चयन फ़िल्म की स्क्रिप्ट पूर्ण होने के बाद घोषित की जाएगी, और फ़िल्म जल्द ही फ्लोर पर जाएगी।
निर्माता बंधु अरुण मिश्रा और अनिल राव, जो कि मुंबई के व्यवसायी हैं, शुरू ही से बॉलीवुड के प्रति आकर्षित थे, खास कर पुतलीबाई और फूलन देवी के फिल्मों से, इसलिए दस्यु सुन्दरी रेणु यादव से फ़िल्म के लिये अधिकार प्राप्त कर, अपने बैनर ‘पप्पू पास फ़िल्म’ के अंतगर्त इसका निर्माण कर रहे हैं। दोनों निर्माता बंधु महिला सशक्तिकरण पर यकीन रखते हैं, और प्रधानमंत्री के विचारों से प्रभावित हैं।
यह दास्तान है उस लड़की की, समय ने जिसके हाथ से कलम छुड़ाकर बंदूक पकड़ा दी और चंबल के बीहड़ को आशियाना बना दिया और उसे ऐसी पहचान दे दी, जो खौफ का पर्याय बन गई—दस्यु सुंदरी रेणु यादव (24). अदालत ने उसके अतीत से डाकू होने के दाग को मिटाकर पुलिस की फाइलें बंद कर दीं लेकिन रेनू का खानाबदोश जीवन बदस्तूर अभी भी जारी है.
कानपुर के कल्याणपुर इलाके की एक बस्ती में अपने चाचा शिवसिंह यादव के साथ रहने वाली रेणु किसी एथलीट से कम नहीं दिखती. नीली जींस, सफेद शर्ट और पैरों में स्पोट्ïर्स शूज, कद 5 फुट 8 इंच और माथे पर लाल टीका. उसकी आंखों में आज भी वह मंजर तैर जाता है, जिसने उसकी जिंदगी को सिरे से बदल दिया.