अभिनय लेखन के बाद अब निर्देशन के क्षेत्र में प्रणव आर वत्स
अमूमन फ़िल्म जगत में ऐसे कम ही लोग होते हैं जो फिल्मो से संबंधित हर विधा को खुद में आत्मसात कर लेते हैं । एक ऐसे ही प्रतिभाशाली युवा है प्रणव आर वत्स जिन्होंने अभिनय से अपने कैरियर की शुरुआत की , फिर हिंदी और मराठी के कई फिल्मो में गीत लेखन के बाद अब निर्देशन के क्षेत्र में उतर गए हैं । बतौर निर्देशक उनकी पहली फीचर फिल्म जंगलम की शूटिंग जल्द ही शुरू होगी । मूलतः बिहार के भागलपुर निवासी प्रणव ने अपनी शिक्षा दीक्षा वही से पूरी की है और अभिनय की शुरुआत भी वही से की । स्थानीय स्तर पर कई संगठनों से सम्मान पा चुके प्रणव ने फिर मुम्बई की ओर रुख किया और यहां उन्होंने अभिनय के साथ साथ संगीत जगत में भी अपना काम शुरू कर दिया । अनुपम खेर के एक्टिंग स्कूल से प्रशिक्षित प्रणव वत्स ने कादर खान का थियेटर ग्रुप जॉइन कर लिया । दो साल तक कई क्षेत्रीय फिल्मो , टेलीविजन शो और थियेटर में अभिनय के बाद उन्होंने गीत लेखन का कार्य शुरू किया । लेखन प्रणव को विरासत में मिली थी क्योंकि उनके दादा जी स्वर्गीय जगदीश प्रसाद सिंह एक जाने माने कवि थे । कई धार्मिक अल्बम और कई छोटे बजट की हिंदी फिल्मों में उन्होंने गीत लिखा । प्रणव के कैरियर में टर्निंग पॉइंट तब आया जब उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर प्रसिद्ध कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने उन्हें कई फिल्मो में गीत लिखने का अवसर प्रदान किया ।
जिनमे हे ब्रो जैसी म्यूजिकल हिट फिल्म भी शामिल है । इसके बाद इश्क़ सरफिरा , तुतक तुतक तूतिया , एफ यू जैसी चर्चित फिल्मे शामिल है । प्रणव के लिए साल 2018 काफी उम्मीदें लेकर आया है । प्रणव ने इस दौरान दो म्यूजिकल शार्ट फ़िल्म परिवर्तन और पहरेदार का निर्देशन किया और अब वे एक बड़े बजट की हिंदी फिल्म जंगलम का निर्देशन करने वाले हैं जिनके प्री प्रोडक्शन का काम पूरा हो चुका है । इसके बाद प्रणव एक अन्य फ़िल्म जलेबी वाली गली शामिल है । बहरहाल , हरफनमौला भागलपुर के लाल प्रणव की मेहनत इस साल रंग लाने वाली है ।