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Mumbai Maritime – An Odyssey – Press Conference and Premiere Held In Mumbai A Film By Shhyam R Singhania & Padam Singhania

Mumbai Maritime – An Odyssey – Press Conference and Premiere Held In Mumbai A Film By Shhyam R Singhania & Padam Singhania

निर्माता श्याम सिंघानिया की फिल्म ‘ मैरीटाइम मुंबई एन ओडिसी ‘ के स्पेशल शो और शानदार प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन

फिल्म “मैरीटाइम मुंबई एन ओडिसी” की एक प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन मुंबई के द व्यू में किया गया जहां फिल्म के निर्माता निर्देशक और लेखक सहित मीडिया की भारी भीड़ मौजूद थी।

फिल्म के निर्माता श्याम आर सिंघानिया और पद्म सिंघानिया हैं जबकि इसके निर्देशक साकेत एस बहल हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्माता श्याम आर सिंघानिया, निर्देशक साकेत एस बहल, वाईस एडमिरल गिरीश लूथरा (रिटायर्ड) कमांडर इन चीफ वेस्टर्न नवल कमांड और लेखक तनमय मोहन मीडिया से रूबरू हुए और अपनी इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के बारे में बताया। इस मौके पर गेस्ट के रूप में सुनील पाल और मॉडल पम्मी जैसी कई शख्सियत मौजूद थीं। आपको बता दें कि यहां इंडियन नेवी की टीम के भी कुछ लोग उपस्थित थे।

 

सबसे पहले इस बेहतरीन फिल्म को दिखाया गया जिसका कैमरा वर्क, रिसर्च वर्क देख कर लोगों की आंखें खुली की खुली रह गईं।

फिल्म मैरीटाइम मुंबई एन ओडिसी के टाइटल के बारे में स्पष्टीकरण करते हुए फिल्म के लेखक तनमय मोहन ने कहा कि मैरीटाइम समुन्द्र से रिलेटेड ऐक्टिविटी को कहते हैं जबकि ओडिसी का मतलब गाथा होता है अर्थात यह फिल्म मुंबई की गाथा बयान करती है। लगभग 500 वर्षों के मुंबई के इतिहास

को इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में समाने का प्रयास किया गया है। यह एक बेहद मनोरंजक और शिक्षाप्रद फिल्म है जिसमें मुंबई शहर की हिस्ट्री पेश की गई है।  यह फिल्म नेवी डिपार्टमेंट द्वारा प्रोमोटेड फिल्म है, उनकी ही छत्र छाया में बनी है। मुंबई के कोलाबा में जहां नेवल डॉकयार्ड है वहीं से मुंबई की हिस्ट्री शुरू होती है। जैसे मुंबई के बांद्रा इलाके को पहले सॉल्सेट आइलैंड के नाम से जाना जाता था। यह फिल्म दरअसल मुंबई की कहानी कहती है। यह लोगों के लिए बड़ी हैरान करने वाली कुछ सच्चाइयां सामने लाती है। मुंबई में अगर कोई बड़ी बिल्डिंग है तो उसके पीछे की कहानी को दिखाती है यह फिल्म।

यह फिल्म मुंबई के नाम पड़ने से लेकर यहां के विकास तक के सफ़र को बड़े बेहतरीन ढंग से पेश करती है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म में जहां विजुअल इफेक्ट्स हैं वहीं तथ्यों को बड़ी गहराई और सफाई से बयां किया गया है। बीच बीच में कुछ इतिहाकारों और प्रोफेसर के अलावा नेवी से जुड़े कुछ अधिकारियों की बातें बड़ी ज्ञानवर्धक होती हैं।

फिल्म के पीआर की ज़िम्मेदारी लिड माईन्स मीडिया ने निभाई है। ………… छायाकार : रमाकांत मुंडे मुंबई

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