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टी सीरीज़ की ऑफिस के सामने जा कर मैं आत्महत्या कर लूंगा : लेखक अमित गुप्ता...

फ़िल्म “विक्की विद्या का वो वाला वीडियो” के स्टोरी राइटर अमित गुप्ता के साथ धोखा, निर्माताओं पर क्रेडिट न देने की बात

मुम्बई। राजकुमार राव एवं तृप्ति डिमरी स्टारर फिल्म ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ सिनेमाघरों में रिलीज से पहले ही विवाद में पड़ गई है। इस फिल्म की कहानी लिखने का क्रेडिट अमित गुप्ता को नहीं मिला है। उन्होंने अपने वकील के माध्यम से निर्माताओं को कानूनी नोटिस भी भेजा था, लेकिन उन्हें केवल तसल्ली दी गई और न उन्हें नाम मिला न दाम।

बॉलीवुड के जाने माने लेखक अमित गुप्ता ने मुम्बई में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लेखक सिर्फ नाम के लिए काम करता है। हम राइटर दिल से खुश रहते हैं कि अपना नाम होता है। लेकिन हमारी आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं होती। रोज़ कुआं खोदो और रोज़ पानी पियो वाली कहावत हम पर चरितार्थ होती है। मैं अपने हक की लड़ाई लड़ रहा हूँ। मैं काफी निराश और परेशान हो गया हूँ और मेरी स्थिति यह हो गई है कि मन करता है कि टी सीरीज़ की ऑफिस के सामने जा कर आत्महत्या कर लूं।”

लेखक अमित गुप्ता काफी निराश दिख रहे थे। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने फिल्म विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ का ट्रेलर देखा तो वह हैरान रह गए क्योंकि इसका केंद्रीय कॉन्सेप्ट उनका लिखा हुआ है। उन्होंने काफी पहले एक लेखक के तौर पर स्क्रीन राइटर्स एसोसिएशन (एसडब्ल्यूए) में यह कहानी रजिस्टर करवाई थी। ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ की कहानी एक ऐसे नए शादीशुदा जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपनी सुहागरात पर अपना निजी डीवीडी रिकॉर्ड करते हैं। कहानी में मोड़ तब आता है जब वो डीवीडी खो जाती है, इससे उनके जीवन में हंगामा मच जाता है और फिर कॉमेडी क्रिएट होती है।

अमित गुप्ता ने कहा है कि यह बुनियादी कहानी का ढांचा उन्होंने लिखा था, जिसे स्क्रीन राइटर एसोसिएशन के पास रजिस्टर भी करवाया है। अब उसी आईडिया पर ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ फिल्म बनाई गई है। यह कॉपीराइट के उल्लंघन का मामला है और मैंने निर्माताओं के खिलाफ नोटिस भेजा। अमित गुप्ता के नोटिस का उनकी ओर से जो जवाब आया है उसमें उन्होंने जो रजिस्ट्रेशन की तारीख लिखी है वो अमित गुप्ता के रजिस्ट्रेशन डेट के बाद की तिथि है। इससे सिद्ध होता है कि अमित गुप्ता का दावा सही है। अमित गुप्ता का कहना है कि हमारे पास इस कहानी का इससे पहले का रजिस्ट्रेशन डेट है और हमारे पास सभी डॉक्यूमेंट हैं, ईमेल कन्फर्मेशन भी है।

बता दें कि ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ का निर्देशन राज शांडिल्य ने किया है। ‘विक्की विद्या का वो वाला वीडियो’ 11 अक्टूबर 2024 को रिलीज होने जा रही है।

90 के दशक पर आधारित फ़िल्म ‘विकी विद्या का वो वाला वीडियो’ के निर्माता भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, एकता कपूर, शोभा कपूर, विमल लाहोटी, अश्विन वर्दे, राजेश बहल, राज शांडिल्य और विपुल डी शाह हैं।

अमित गुप्ता को उम्मीद है कि उनका नाम इस फ़िल्म की कहानी लेखक के रूप में दिया जाएगा।

टी सीरीज़ की ऑफिस के सामने जा कर मैं आत्महत्या कर लूंगा : लेखक अमित गुप्ता

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मध्य प्रदेश में बघेल, फिल्म इंडस्ट्री बनाना चाहते हैं अविनाश तिवारी...

मुम्बई।  दुनिया में 6500 से भी अधिक भाषा बोली जाती है। यूँ तो हमारे देश में नोटों पर अंकित भाषाओं को राष्ट्रीय मानता दी गई है, किंतु अब तक करीब पचास क्षेत्रीय  बोली भाषा में फिल्मों का निर्माण हमारे देश में हो चुका है। जिसमें कई भारतीय भाषाओं की फिल्मों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हमारे देश में बघेली बोलनेवालों की संख्या भी बहुत है। मध्य प्रदेश के लगभग ग्यारह जनपदों में यह भाषा प्रचलित है। मध्य प्रदेश के ऐसे ही क्षेत्र सीधी जिला के रहने वाले हैं अविनाश तिवारी, जो बघेली में फिल्म निर्माण करते हुए सीधी में एक फिल्मसिटी बनाने हेतु भी प्रयासरत हैं और उनकी बघेली फिल्म राजेन्द्र राठौड़ जी के निर्देशन में निर्मित ‘कुंवारापुर’ प्रदर्शन के लिए तैयार है।

गत वर्ष बघेली भाषा की पहली फिल्म ‘बुधिया’ प्रदर्शित हुई थी, इसके फिल्मकार अविनाश तिवारी ही थे। अब बघेली में दूसरी फिल्म ‘कुंवारापुर’ बनाई है। यह एक हास्य फिल्म है। निर्माता अविनाश तिवारी बताते हैं कि, ‘कुंवारापुर एक श्रापित गाँव है, वहाँ पर चालीस-पचास सालों से किसी की शादी नहीं हुई है। वहाँ प्रेम प्रकाश दहेज मुक्त शादी करता है और इसके पश्चात वह गाँव श्राप मुक्त हो जाता है। यह फिल्म इक्कीस दिनों की शूटिंग मध्य प्रदेश में करके पूरी की गई है।  इसमें अन्नपूर्णा द्विवेदी,  अविनाश तिवारी और असरानी समेत कई कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया है।

विदित हो कि, अविनाश फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित इस फिल्म के लेखक अविनाश तिवारी खुद है। उनके लिखे गानों को संगीत की धुनों से सजाया है परवेश सिंह ने। नदीम अंसारी फिल्म के छायाकार हैं।

बता दें कि, फिल्म के निर्देशक राजेन्द्र राठौड़ बहुत सारी विज्ञापन फिल्में, पचासों म्यूजिक वीडियो और ओटीटी के लिए एक फिल्म ‘शादी में सियापा’ निर्देशित कर चुके हैं। बघेली में उनकी पहली फिल्म है। वह भी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और उनका मानना है कि, आज दक्षिण भारतीय फिल्मकार अपनी मातृभाषा में फिल्म बनाकर बहुत कमाते हैं। जो अपनी मातृभाषा की इज्ज़त करेगा, वह फिल्म इंडस्ट्री में राज करेगा। मैं भी अपनी मातृभाषा में फिल्म बनाकर अच्छी फिल्में समाज को देना चाहता हूँ। क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्म दर्शकों को पसंद आती हैं। निःसंदेह यह फिल्म भी दर्शकों को पसंद आएगी।

मध्य प्रदेश में बघेल, फिल्म इंडस्ट्री बनाना चाहते हैं अविनाश तिवारी

Qube Cinema and Annapurna Studios Redefine Filmmaking with BREAK FREE...

Qube Cinema and Annapurna Studios have released ‘Break Free,’ a groundbreaking film that merges real sets with virtual backgrounds, showcasing the future of filmmaking. Filmed at the ANR Virtual Production Stage in Hyderabad, it represents a paradigm shift in storytelling through virtual production.

Today, Qube Cinema and Annapurna Studios will unveil a behind-the-scenes first look video  featuring Jayendra Panchapakesan, Filmmaker and Co-founder of Qube Cinema. He’ll discuss the innovative techniques used in ‘Break Free,’ such as ICVFX and Photogrammetry, and the freedom it brings to filmmakers.

Qube Cinema and Annapurna Studios lead the way in pushing the boundaries of traditional filmmaking and empowering creators.

Qube Cinema and Annapurna Studios Redefine Filmmaking with BREAK FREE

Hon Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari Confers Vaastu Mahaguru Basannt R Rasiwasia With The Dr Babasaheb Ambedkar National Award For Contribution To India Through Revaastu...

The prestigious Dr Babasaheb Ambedkar National Contribution Awards 2023 at Raj Bhavan Mumbai saw Shri Bhagat Singh Koshyari Honourable Governor of Maharashtra, present the Dr Babasaheb Ambedkar National Awards for Contribution to India to a chosen few dedicated Indians.

Vaastu Mahaguru Basannt R Rasiwasia was conferred with the Dr Babasaheb Ambedkar National Award for Contribution to India through ReVaastu by the Hon Governor at the event.

Basannt R Rasiwasia has dedicated his life to the propagation of Vaastu, the astroscience of happiness and prosperity that comes down from Lord Vishwakarma. Basannt R Rasiwasia has dedicated his life to spreading the energies of Vaastu Shastra among the masses using technology that crosses the barriers of caste, creed and social status.

Basannt R Rasiwasia has created an app “revaastu”, where one can click a picture of their room and check and correct basic and simple Vaastu requirements like main door, living room, master bedroom, children’s room, study, kitchen, temple, staircase, toilets, locker, mirror and shoe rack placement for themselves. His next mission is to create a second app where one can check the Vaastu at blueprint level itself.

“My life changed when I learnt Vaastu. I want people to stop looking outside for positivity from other cultures. When we have it in abundance in our India itself. This empowering app is to help every Indian better his energies at home itself, and that is the need of the hour,” avers Basannt R Rasiwasia who has earlier been conferred the Swayambhu Vishwakarma Astroyogi Award by MEGA Foundation.

He is known for his involvement in girl child education, helping in marriage of orphan girls, and cremation of unclaimed bodies from morgues and hospitals during Covid.

Instituted by the Dhammadan Trust and the Perfect Woman Magazine, Dr Babasaheb Ambedkar Award was organised by Dr Geet S Thakkar, Chandramani Jadhav and Pravin More and held at Raj Bhavan.

Hon Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari Confers Vaastu Mahaguru Basannt R Rasiwasia With The Dr Babasaheb Ambedkar National Award For Contribution To India Through Revaastu

All Eyes Are On Ajay Harinath Singh Who Is Keen To Make India Stronger Economically And Politically...

  • Political, Social, and Religious Establishments emphasise blending Traditions with Modernity by handing over leadership to the Young Business Tycoon who has emerged as a strong propagator of Sanatan Principles owing to his lineage of Lord Rama (Lava lineage)
  • Mahamandeleshwars (Religious Leaders) from prominent Akhadas urge leadership to involve innovative business minds, who promote Traditions, in top Decision Making Process for a New India
  • India needs a new age political renaissance even before the 2024 general elections with an answer to – Who after Modi?  

New Delhi/Mumbai –  The whole world is feeling pressure because of the renewed confidence and unity of Hindus in India and credits go to many including prime Minister Narendra Modi, Yogi Adityanath, Amit Shah and a business tycoon Ajay Harinath Singh who comes from Lava ( Son of Lord Rama) lineage. All eyes are on Ajay Harinath Singh who is very keen and making all efforts to make India stronger economically, socially, and politically by combining traditions with modernity.

As Chairman of Darwin Platform Group of Companies (DPGC), Ajay Harinath Singh has taken his businesses to 11 countries and also propagated Sanatan Principles there. In India, his contributions to creating awareness about Sanatan and Hindutva through various activities have caught the attention of various political, social, and religious establishments.

According to reliable sources in the Pariwar, Prime Minister Narendra Modi has confided with the Rashtriya Swamsevak Sangh (RSS) top brass about his retirement from the post as he has accomplished all major agendas concerning dominance Hindutva and development. It is now speculated that India could witness a new age political renaissance even before the 2024 general elections with an answer to – Who after Modi?

Political, Social, and Religious Establishments emphasise blending Traditions with Modernity by handing over leadership to the Young Business Tycoon who has emerged as a strong propagator of Sanatan Principles owing to his lineage of Lord Rama (Lava lineage).  Mahamandeleshwars (Religious Leaders) from prominent Akhadas urge leadership to involve innovative business minds, who promote traditions, in the top decision-making process for a New India.  It is widely admitted that India@75 needs to align with the new age challenges and opportunities.

A senior BJP leader, requesting anonymity, said, “The future of the Indian Republic rests on the shoulders of young leaders. Hence, a new political strategy is in the offing. Our Prime Minister Narendra Modi is known for throwing political surprises and a New Prime Minister, coming from unknown quarters without any political background may be the biggest surprise of the century.”

India has become the fastest-growing economy in the world. If India aspires to be among the top three economies of the world in the next 10 years, a new young leadership with financial brains and deep roots in Sanatan traditions is urgently required, said Swami Rameshwar, a Dharmaguru from Uttar Pradesh Math, who has strong faith in the leadership capabilities of Ajay Harinath Singh who is a descendant of Lord Rama’s son Lava’s Kshatriya clan.

A random online survey conducted by a Youth Organisation- reveals that aspirational India prefers Corporate Tycoons to lead the country. Compared to political veterans their choice may include industrialists like Mukesh Ambani, Gautam Adani, Kumarmanglam Birla.  Among the younger generation of corporate leaders and prominent personalities who may be considered for the top post include names of Tejasvi Surya, Akash Ambani, Anant Ambani, Jayesh Shah and Ajay Harinath Singh (41).

“Ajay Harinath Singh is not only an extraordinary business acumen to drive economic growth, but he is also a torchbearer of India’s glorious traditions (Raghukul and Ram Rajya).  Given the current socio-political and economic conditions India needs a leader who can combine India’s great traditions with modernity,” said Swami Rameshwar.

Ajay Harinath Singh’s vision, strategic planning, and system thinking have also put him in the political league to transform governance. India has lately learned the US pattern where several of its Presidents were from business and industry backgrounds. In the US, the world has witnessed the successful tenure of real-estate Mogul Donald Trump. Before him, Oilmen George H.W. Bush (1988) and George W. Bush (elected 2000)- Oilman and managing partner of the Texas Rangers ruled the country efficiently.

Ajay Harinath Singh has emerged as a natural and most preferred choice for the top post. Indian political observers have already pointed out that several politicians including members of parliament across political parties have recognised his ability and extended support to him.

“A young Indian entrepreneur should be at the helm of affairs to make India a superpower culturally and economically. A new age strong India would need Ramrajya for inclusive growth. Hence, the top post could be given to a descendant of Lord Rama with a complete consensus cutting across the part line, caste, creed, and religion,” said another religious leader- Mahant Mahesh.

In political and government circles, such a move was guessed wildly for 2029, but sources said that it can happen this year, even before the 2024 general elections! Political pundits also hinted that a revolutionary change may happen anytime.

“There needs to be a perfect alignment between a wish to establish Ramrajya, inclusive economic growth, and the welfare of the people. Hence, India is probably going to witness a new age of political renaissance and inclusive politics where for the top post a consensus arrives from all political parties and forces,” said a veteran political analyst.

Political analysts pointed out that creating wealth by providing jobs and platforms to a determined Young India is an urgent need as they will do the rest to Make India Mahan (Great) with Self-confidence, Self-Reliance, Unity, and Determination.

“The future of the Indian Republic rests on youth leaders. India has become one of the fastest-growing economies in the world.  Lord Rama’s son Lava’s descendent Ajay Harinath Singh can play an important role in taking the country to the next level of advancement. Not only he has got an extraordinary business mind but he is a staunch promoter of glorious Indian traditions (Principles of Ram Rajya and Raghu Kul),” said Pawan Das, Mahamandeleshwar of Maha Nirwani Akhada, Prayagraj.

Prominent political leaders, analysts, and religious gurus (Mahamadeleshwars) strongly advocate that India’s heritage belongs to all mankind with an abundance of spirituality, humanism, unity, harmony, wisdom, and knowledge. Economic power, guided and governed by Sanatan Principles, is the strong driving force in nation-building.

All Eyes Are On Ajay Harinath Singh Who Is Keen To Make India Stronger Economically And Politically

भक्ति और जूनिनियत की अभिव्यक्ति को अपने पेंटिंग के जरिये दुनिया को कृष्ण की लीला में सराबोर करने आ रही हैं कलाकर राखी. एस. बैद! कृष्णांश संग्रह के जरिए देखी जाएंगी अद्भुत पेंटिंग!...

भक्ति और जूनिनियत की अभिव्यक्ति को अपने पेंटिंग के जरिये दुनिया को कृष्ण की लीला में सराबोर करने आ रही हैं कलाकर राखी. एस. बैद! कृष्णांश संग्रह के जरिए देखी जाएंगी अद्भुत पेंटिंग!

सब कुछ मुझमें है और हर किसी में मैं बसता हु, हर क्रिया के पीछे मैं ही हूं,यही वाक्य हैं भगवान कृष्ण के।  ऐसा लगता है कि कलाकार राखी एस बैद ने इस कृष्णांश को अपने जीवन और कार्यों में आत्मसात कर लिया है।

यह वह अंश है जिसने शायद राखी में ओडिशा के ग्रामीण आदिवासी गांव लांजीबेर्ना से मुंबई के जादुई शहर में जाने के लिए रचनात्मकता को जन्म दिया।  कृष्ण के साथ संबंध के रूप में जो शुरू हुआ, जैसे कैनवास पर नीला रंग, कान्हा का रंग, अनंत काल का, गहरे अंतरिक्ष का, महासागरों और आकाश का, रंगों की उनकी कविता, उनकी तीर्थयात्रा, उनके साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव बन गया।

आज, दुनिया भर में राखी ने और एकल और सामूहिक तौर पर 62 से अधिक नायब शो किये हैं और अब उतनी ही भक्ति और जूनिनियत की अभिव्यक्ति के साथ आ रही हैं  एक श्रृंखला लेकर जिसका नाम हैं  – कृष्णांश – एक ऐसा संग्रह जो अपनी खुद की एक लय प्रतीत होती है।

हाल ही में नेहरू सेंटर आर्ट गैलरी में उनकी प्रदर्शनी में अनुभवी संगीतकार जीतू शंकर, पार्श्व गायिका मधुश्री, मिस इंडिया टूरिज्म रूपाली सूरी, अतिका फारूकी, बिमला राजू सेखानी, सुमन बचावत, सुनीता परमार, अनुभवी कला समीक्षक मनमोहन सरल और पृथ्वी सोनी, विश्व साहनी, सुरेश नायर, सोनू गुप्ता सहित कई अन्य

अनुभवी कलाकारों ने भाग लिया।

राखी एस बैद का कृष्णांश 10 अक्टूबर तक नेहरू सेंटर एसी गैलरी, वर्ली में होनेवाला हैं।

भक्ति और जूनिनियत की अभिव्यक्ति को अपने पेंटिंग के जरिये दुनिया को कृष्ण की लीला में सराबोर करने आ रही हैं कलाकर राखी. एस. बैद! कृष्णांश संग्रह के जरिए देखी जाएंगी अद्भुत पेंटिंग!